MOHAN Foundation Jaipur Citizen Forum-NAVJEEVAN
एक ख़ामोशी… अनेक मुस्कान आओ करे अंगदान

Organ Donation

What is Organ Donation?

Organ Donation is when a person donates his/her organs (heart, liver, Kidneys etc.) for transplantation to the needy person to significantly improve his/her health and quality of life.

There are two types of organ donations: Living and Deceased. A living donation is when a living, medically compatible donor decides to donate his/ her organs to a recipient, normally a close relative, in dire need of a transplant.

Deceased donation is when organs from a person who has died because of brain death are transplanted into living recipients in need of a particular organ transplant.

Myths and Facts/ FAQs about organ donation

Myths

Fact: There is no age limit for donating the organs as long as your organs are fit and healthy.

Fact: Donation of organs has nothing to do with your old suffering with a disease until and unless doctors examines you and takes the decision.

Fact: The doctor who is looking after you as his/her patient he/she has no role to play in connection with your organ donation decision. The donation of organs comes in context only after the patient has been declared brain dead.

Fact: All religions promote organ donation because giving life to others through donation of organs is the supreme donation for anyone. All Dharamgurus irrespective of any religion support organ donation.

Fact: Harvesting of organs is done only by professionally skilled surgeons and the body is very meticulously stitched and with great honor is handed over to the family members and there are no hurdles in performing the last rituals of the body.

FAQs - Organ Donation For 104/108 Helpline

Address of MFJCF is – Flat no.403, Aradhna Apartment, Veer path, Suraj Nagar West, Civil lines, Jaipur

Ans: No expense is incurred in getting Registration done for Organ Donation, contact MFJCF office or at given mobile numbers or one can even register through our website www.test.mfjcfnavjeevan.org

Ans: Lungs upto 6 hours
Heart 6 hours
Liver upto 12 hours
Pancreas upto 24 hours
Kidney upto 48 hours
Skin upto 24 hours
Corneas upto 3 days (should be retrieved within 6 hours after death)

Ans: Purchase and sale of organs is illegal and is punishable by imprisonment upto 10 years and fine upto 1 crore under The Human Organ Transplant (Amendment) Act 2011.

Ans. The organs donated for organ transplantation must have blood circulation, which is caused by the ventilator in the brain dead. Once heart rate is stopped, blood operation in all organs stops and organ is not suitable for transplantation, but tissues such as cornea (eyes), skin, heart valves and bones can be donated.

Ans: Yes, as per the Human Organ Transplant Act 1994, it is legal and has been accepted for the organ transplantation

इसके लिए आपको अंगदाता सकंल्प पत्र(डोनर कार्ड) भरना होता है! आप www.mfjcfnavjeevan.info/donor-card.php वेबसाइट से डाउनलोड कर संकल्प पत्र भर सकते है या सवाई मानसिंह अस्पताल में मोहन फाउंडेशन जयपुर सिटीजन फोरम के कार्यालय में जाकर भी संकल्प पत्र भरा जा सकता है! संकल्प पत्र भरने के बाद आपको एक डोनर कार्ड दिया जाता है जिसे भरकर आपको अपने पास रखना होता है तथा अपनी इस इच्छा के बारे में अपने परिवारजन को सूचित करना होता है! अस्पताल अंगदान के लिए अंगदाता के परिवारवालों से सहमति लेकर ही कोई कार्य कर पाते हैं!

नही अंगदाता बनने के लिए पंजीकरण हेतु आपको किसी प्रकार का कोई शुल्क नही देना पड़ता है और न ही आपको किसी चिकित्सकीय जाँच की आवश्यकता पडती है! कानूनन अपराध है!

भले ही आपने पंजीकरण जयपुर में करवाया है लेकिन मृत्यु किसी और शहर में होने पर अगर वहां पर अंगदान व् प्रत्यारोपण की सुविधा है और आपके परिजन सहमति देते हैं तो आपका अंगदान संभव है!

हाँ अंगदान के बाद पूरे ससम्मान के साथ मरीज का पार्थिव शरीर परिवारजन को सौपा जाता है ताकि वे अंतिम संस्कार की सारी प्रक्रिया को पूरा कर सकें!

यदि आपके अंकल की मृत्यु ब्रेन डेड होने की वजह से हुई है तो उनका अंगदान परिवारजन की सहमति से होना सम्भव है इसके लिए आप जिस अस्पताल में मृत्यु हुई है वहां अथवा मोहन फाउंडेशन जयपुर सिटीजन फोरम से इस विषय में सम्पर्क कर सकते हैं!

हाँ आप बिलकुल उनका नेत्रदान कर सकते हैं उसके लिए आपको ऑय बैंक सोसाइटी ऑफ़ राजस्थान अथवा मोहन फाउंडेशन जयपुर सिटीजन फोरम से सम्पर्क करना होगा!

वर्तमान समय में निम्न अंगों व तंतुओं का दान किया जा सकता है-

ह्रदय-, लीवर-, किडनी-,  लंग्स-,  अग्नाशय-

कभी-कभी ह्रदय व लंग्स प्रत्यारोपण एक साथ करना पडता है।

तंतु जो दान किए जा सकते हैं-

कॉर्निया -, स्किन- , हार्ट वाल्व- , हडिडयां- , पेशियाँ –

ब्रेन डेथ के बाद या जब कोई ह्रदय के रूकने से मर जाता है, वह मुख्य अंग तथा तंतुओं का दान करके अंगदाता बन सकता है।

डोनर कार्ड एक बातचीत के लिए मध्यस्था का करी करता हैं! डोनर कार्ड आपको अंगदान के समर्थक के रूप में दर्शाता है जिसे अगर चिकित्सक आपके पास पाता है तो उसे आपके परिवारजन से अंगदान के संबंध में बात करने में हिचक महसूस नही होती!

आपने अंगदान के लिए संकल्प किया है या नही इसका आपको दिए जाने वाले चिकित्सकीय कार्य में कोई प्रभाव नही पडता है।

नही, अंग अथवा तंतु दान करने वाले परिवार को कभी भी अंगदान के लिए किसी प्रकार का भुगतान नही करना होता है। आपके परिवार को केवल मरीज की जान बचाने के लिए किए गए प्रयासों के लिए भुगतान करना होता है।

चिकित्सक यह निर्णय लेते हैं कि मृत्यु के समय मरीज के कौनसे अंग व तंतु प्रत्यारोपण के लिए सही अवस्था में है अंगदान तथा उम्र से संबधित कुछ मुख्य मार्गदर्शन निम्न प्रकार है-

100 वर्श तक-कार्निया व स्किन

  1. 70 वर्श तक-किडनी व लीवर
  2. 50 वर्श तक-ह्रदय व लंग्स
  3. 40 वर्श तक-हार्ट वाल्व

आप अंगदान से भलीभांति परिचित है व् अपने परिवार से आपने इस बारे में बात भी कर ली है इसीलिए आपकी मृत्यु के पश्चात आपके परिवारजन हमसे इस सम्बन्ध में बात करेंगे! हमें सूचना मिलने पर आगे अंगदान प्रक्रिया हमारे द्वारा की जाएगी!

राजस्थान में ,राजस्थान नेटवर्क फॉर ऑर्गन शेयरिंग कमप्यूटराइज्ड कार्यप्रणाली द्वारा राज्यस्तरीय प्रतीक्षा सूची के माध्यम से संचालित किया जाता है।

प्रत्येक निजी अस्पताल की अपनी स्वंय की प्रतीक्षा सूची होती है तथा यह राज्यसूची से जुडी हुई होती है।

राजस्थान में अंगों का आवंटन राजस्थान नेटवर्क फॉर ऑर्गन शेयरिंग वेब रजिस्ट्री के माध्यम से प्रतीक्षासूची के हिसाब से होता है जिसमे हर वर्ग के लोग सम्मिलित हैं! इसमें गरीब- अमीर,जाति-धर्म व् लिंग का भेदभाव नही किया जाता!

नही आप किडनी या अन्य किसी भी अंग को नही बेच सकते ऐसा करना कानूनन अपराध है! अंगों को खरीदना व् बेचना दोनों अपराध है तथा दोषी के लिए जुर्माना व् जेल दोनों का प्रावधान है!

मरीज ब्रेन डेड घोषित हो चुका है मतलब उसकी मृत्यु हो चुकी है! इस स्थिति में आप मरीज के अंगों- किडनी,लीवर,हार्ट,पैंक्रियास व् लंग्स का दान करके कई जिंदगियां बचा सकते हैं!

जिस परिवार के सदस्य को किडनी प्रत्यारोपण की आवश्यकता है उसे किडनी प्रत्यारोपण अस्पताल में पंजीकृत होना आवश्यक है। वहां चिकित्सक आपका मार्गदर्शन करते हैं कि आपको आगे क्या करना है। आपके खून की जांच (एचएलए HLA typing ) की जाती है जिससे चिकित्सक आपके एचएलए से प्राप्तकर्ता के एचएलए को मिला सकें। इस दौरान आपको मानसिक तथा शारीरिक दोनो रूप से स्वस्थ्य होना होता है।

जिसकी भी किडनी खराब हो जाती है उस मरीज को किडनी प्राप्त के करने के दो तरीके होते हैं- पहला यह की मरीज के घर से उसे कोई सदस्य अंग दान करदे और यदि घर में किसी का भी ब्लड ग्रुप मैच नही हो रहा है तो मरीज का ऐसे किसी एक अस्पताल में पंजीकरण करवाना होगा जहाँ मृतक अंगदान प्रत्यारोपण किया जाता है!

ही ऐसी कोई संस्था नही है जो मरीज को किडनी उपलब्ध करवाती है!

यदि आपके पिताजी की हालत गम्भीर है तो आप किसी ऐसे अस्पताल में उनका पंजीकरण करवाएं जहाँ उनको लीवर प्रत्यारोपित किया जा सके!

फेसबुक लोगों को पुराने लोगों, मित्रों तथा सहकर्मियों से जोडे रखने में मदद करता है। एक व्यक्ति अपनी जान बचाने के लिए सोस(सेव अवर सोल) सन्देश का इस्तेमाल अपने मित्र को भेजकर कर सकता है।
मरीज को प्रत्यारोपण टीम को बताना होता है कि उसका का कोई नजदीकी मित्र अंगदान करना चाहता है। प्राप्तकर्ता तथा अंगदाता को वैधानिक आयोग से जीवित असम्बद्ध अंगदान के लिए रूबरू होना पडता है।

ब्रेन डैथ को प्रमाणित करने के लिए, दो चिकित्सक अस्पताल से तथा दो चिकित्सक सरकारी रूप से प्रमाणित दल से मिलकर जांच के द्वारा ब्रेन डैथ घोषणा पर कार्य करते हैं। इनमें से एक चिकित्सक का न्यूरोलाजिस्ट, न्यूरोसर्जन या इंटेसिविस्ट का होना जरूरी है

इसके लिए एक वैधानिक आयोग स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त किया गया है जो सभी प्रार्थना पत्रों पर कार्य करते हैं। वर्तमान समय में जिवित असंबध्द अंगदान ज्यादा स्पष्ट व् सुचारू हो गये है।

वह व्यक्ति जिसके पास मृत व्यक्ति की जिम्मेदारी है वो हस्ताक्षर कर सकता है। सामान्यतः यह कार्य परिवार के किसी सदस्य, माता-पिता, पति/पत्नी, बेटा बेटी अथवा भाई-बहन के द्वारा किया जाता है।

जब किसी दुर्घटना से ग्रस्त मरीज को अस्पताल के आपातकालीन रोगीकक्ष में लाया जाता है, तब परिवार के द्वारा पुलिस को इस बारे में सूचना दी जाती है। इस तरह के केस मेडिको लीगल केस कहलाते हैं तथा किसी भी तरह के चिकित्सकीय कार्य (आत्महत्या,शोषण,जहरखुरानी या उंचाई से गिरने) जिनकी पुलिस को सूचना दी जानी चाहिए ऐसे केस मेडिको लीगल केस कहलाते हैं।
पुलिस जांच करती है तथा इस तरह के दुर्घटनाओं के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश करती है। एक फोरंसिक चिकित्सक मरीज की जांच करता है व अंग लेने की सहमति या नामंजूरी भी बताता है।

आपको सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रत्यारोपण अस्पताल में जाना होगा, वे सभी (प्रत्यारोपण समन्वयक) आपका मार्गदर्शन करेंगे कि आपको किडनी प्रत्यारोपण मरीज की तरह किस तर पंजीकरण करवाना है! अगर आप मृतक अंगदान कार्यक्रम परियोजना सम्बन्धित अस्पताल एंव राज्य की सूची में शामिल होना चाहते हैं तब आपको 2000 रूपये पंजीकरण शुल्क के तौर पर जमा कराने होगें।

नही, मोहन फाउण्डेशन जयपुर सिटीजन फोरम आपके लिए किडनी की व्यवस्था नही करवा पायेगा हालांकि पंजीकरण कैसा किया जाता है इसके लिए आपकी मदद कर दी जायेगी।

मानव अंग प्रत्यारोपण कानून संशोधन 2011 में इस जुर्म के लिए सजा के प्रावधान को बढा दिया गया है। अंगों का व्यापारिकरण अथवा झूठे साक्षय पेश करने परः-5 से 10 वर्ष की सजा तथा 20 लाख से 1 करोड़ रूपये तक का जुर्माना है!

किसी भी झूठे साक्ष्यों अथवा अपराध के लिए राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के वैधानिक आयोग को इसकी सूचना देनी चाहिए। वैधानिक आयोग ऐसे लोगों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करती है।

जिस भी परिवार के सदस्य को किडनी की जरूरत है उसे किडनी प्रत्यारोपण के लिए प्रत्यारोपण अस्पताल में अपना पंजीकरण करवाना आवश्यक है। तत्पपशचात चिकित्सक आपका मार्गदर्शन करेगें कि आगे क्या करना है! आप अंगदाता हैं तो आपका रूधिर (एचएलए HLA typing) परीक्षण किया जायेगा कि अंग प्राप्तकर्ता से आपका अंग प्रत्यारोपित हो पायेगा भी या नही! इस दौरान आपको शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ्य होना जरूरी होगा।
कई लोग अंगदान करने के इच्छुक होते हैं परन्तु स्वास्थ्य कारणों से वह अंग देने योग्य नही होते हैं।

अपना मुद्दा रखने के लिए आपके पास बहुत से रास्ते हैं। सर्वप्रथम आपको अपने परिवारजन में जो आपको समझता है उससे बात करनी होगी। आप इलाज करने वाले चिकित्सक अथवा प्रत्यारोपण करने वाले चिकित्सक से मिलकर अपने विचारों के बारे में बता सकते हैं।

किसी वैध प्रत्यारोपण अस्पताल में सम्पर्क करें, अपने आपको उस अस्पताल की प्रतीक्षा सूची में प्रत्यारोपण के लिए पंजीकरण करवायें। यदि आप मृतक अंगदान प्रत्यारोपण के तहत अपना पंजीकरण करवाना चाहते हैं तो अस्पताल आपके पंजीकरण में मदद करेगा! इसके लिए आपको कैडेवर ट्रांसप्लांट प्रोग्राम में 2000 रू की राशी डीडी के तहत जमा करानी होगी ।एक बार आपका पंजीकरण हो जाता है तो आप प्रतीक्षा सूची में आ जाते हैं जहां से आप अपनी स्थिति आनलाइन देख सकते हैं।

सम्बंधित राज्य में, आप एक से अधिक अस्पतालों में अपना पंजीकरण नही करवा सकते हैं। आप राज्य के अन्र्तगत एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में जा सकते हैं! ऐसा करने पर भी प्रतीक्षा सूची में आपकी स्थिति यथावत रहेगी। आप किडनी प्राप्तकर्ता के तौर पर एक से अधिक राज्यों में पंजीकरण करवा सकते हैं।

तीन तरह से किडनी का दान किया जा सकता है
जिवित संबध्द अंगदान – जिवित अंगदान तब होता है जब कोई जीवित व्यक्ति अपना अंग या उसका हिस्सा प्रत्यारोपण के लिए किसी अन्य व्यक्ति को देता है। अंगदाता परिवार का कोई सदस्य, जैसे माता-पिता,बेटा, भाई या बहन, दादा-दादी, पोता-पोती हो सकते हैं।

जिवित असंबध्द अंगदान – जिवित अंगदान जब कोई प्राप्तकर्ता से भावात्मक रूप से जुडा हो, जैसे कोई मित्र, संबधी, पडोसी अथवा पति-पत्नी के परिवारजन

मृतक अंगदान – इसके लिए मरीज को अपने आपको ऐसे अस्पताल में अपना पंजीकरण कराना होगा जहां किडनी प्रत्यारोपण होता हो। मरीज इस तरह से प्रतीक्षा सूची में शामिल हो जायेगा तथा जैसे ही उचित मृतक अंगदान(ब्रेन डैथ) उपलब्ध होगा तो प्राप्तकर्ता को बता दिया जायेगा।
वो अस्पताल जहां पर प्रत्यारोपण हो रहा है वहाँ पर योग्य प्रत्यारोपण समन्वयक(ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर) होगा जो मरीज को पूरी प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन दे सके।

अगर आप देहदान करना चाहते हैं तो आप पूर्व में ही मेडिकल कॉलेज में अपना पंजीकरण करवा लें, पंजीकरण करवाने के बाद में आपको अस्पताल की ओर से कार्ड जारी किया जायेगा जिसमे मृत्यु उपरांत पार्थिव शरीर लेने के लिए सम्पर्क सूत्र होते हैं!

जयपुर के सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल में प्रत्यारोपण के लिए 1.5 से 2 लाख रूपये तथा निजी अस्पतालों में 3 से 4 लाख प्रत्यारोपण का खर्चा आता है!

सरकारी प्रतीक्षासूची में अंग प्रत्यारोपण के लिए आप राजस्थान राज्य के किसी भी एक अस्पताल (सवाई मानसिंह अस्पताल (लीवर,किडनी), महात्मा गाँधी अस्पताल (लीवर,किडनी), फोर्टिस अस्पताल (किडनी),निम्स अस्पताल (किडनी) ,मोनिलेक अस्पताल (किडनी), नारायणा अस्पताल (हार्ट,किडनी ),आस्था (किडनी), अपैक्स अस्पताल (किडनी), इटरनल हार्ट केयर सेण्टर (हार्ट) ) में अपना पंजीकरण करवाकर सरकारी प्रतीक्षासूची में नाम दर्ज करवा सकते हैं!

नही कानूनन आप किसी भी राज्य के केवल एक ही अस्पताल में अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं, हाँ अलग-अलग राज्यों में आप अपना पंजीकरण करवा सकते हैं!

एमऍफ़जेसीऍफ़ का ऑफिस सवाई मानसिंह अस्पताल में इमरजेंसी के सामने क्रिटिकल केयर ब्लाक में हैं!

हाँ मोहन फाउंडेशन जयपुर सिटीजन फोरम द्वारा समय-समय पर जागरूकता वार्ता का आयोजन किया जाता है इसके लिए आप 9799003860 पर सम्पर्क कर सकते हैं!

राजस्थान में अभी तक कुल 56 अंगदान हुए हैं!

शहर

ऑय बैंक का नाम  

पोस्टल एड्रेस

सम्पर्क सूत्र

दूरभाष नंबर   

अजमेर

ई.बी.एस.आर –चैप्टर   

पुष्प वाटिका, गोखले मार्ग, अजमेर

रवि तोशनीवाल, भरत कुमार शर्मा, कुलदीप सिंह

9829071778 9352277767 9001777767

भीलवाडा

ई.बी.एस.आर –चैप्टर   

रामस्नेही चिकित्सालय व् अनुसंधान केंद्र, स्वामी रामचरण मार्ग, रामदेवरा भीलवाडा-311001

विनय कुमार शर्मा

9461206677

जयपुर

ई.बी.एस.आर –चैप्टर(हेड क्वार्टर )   

मोबाइल सुगिकल पॉइंट यूनिट,मोती डूंगरी रोड, जयपुर

पुल्केश कुमार

9782090206

जोधपुर

ई.बी.एस.आर –चैप्टर   

भावांजलि केंद्र,नेहरु पार्क(भक्ति मार्ग स्कीम), जोधपुर- 342003

श्रीमती सुशीला बोहरा , अशोक सिंह , डॉ नरेन्द्र भंडारी

9784482301;  9414133879,

0292-2431879; 9414136565, 9784482301

कोटा

ई.बी.एस.आर –चैप्टर   

एए-1 वसुंधरा विहार, बजरंग नगर कोटा

डॉ कुलवंत गौड़, महेंद्र यादव

9214979141, 8769700000; 9782119333

पली मारवाड़

ई.बी.एस.आर –चैप्टर   

 58 महावीर नगर ,पली मारवाड़- 306401

हुकमी चंद मेहता,केवल चन्द्र कँवर, रईस खान

9251911919, 9252066000; 9414123335; 9784520190

उदयपुर

ई.बी.एस.आर –चैप्टर   

9, प्रताप कॉलोनी,कालका माता रोड, पहाडा,उदयपुर

डॉ अर्जुन बोर्दिया, नवीन बोर्दिया

0294-2450277,

उदयपुर

ई.बी.एस.आर –चैप्टर   

9, प्रताप कॉलोनी,कालका माता रोड, पहाडा,उदयपुर

डॉ पुखराज सुख्लेचा, मानक लाल राव

9799495514; 9460728836

डॉ सम्पूर्णानन्द मेडिकल कॉलेज
रेजीडेंसी रोड, श्रीराम एक्सेलेंसी होटल के पास, पेट्रोल पंप के सामने, जोधपुर राजस्थान 342001

दूरभाष:- 0291 2434377                        

रबिन्द्र नाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज, कलेक्ट्रेट हॉस्पिटल रोड, कोर्ट चौराहा, उदयपुर, राजस्थान 313001

मोबाइल- 9414472202            

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, रंगबाड़ी रोड, खड गणेश जी के मंदिर के पास पिन कोड -324001   

कोटा, राजस्थान मोबाइल- 9414309815

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज
बीकानेर, राजस्थान
मोबाइल- 9785002172    

जवाहर मेडिकल कॉलेज
रेजीडेंसी रोड, रेजीडेंसी रोड, श्रीराम एक्सेलेंसी होटल के पास, पट्रोल पंप के सामने, शात्री नगर, जोधपुर, राजस्थान 342001

मोबाइल- 9414461278

सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज
जयपुर, राजस्थान

मोबाइल -9460779840                         

निम्स हॉस्पिटल
शोभा नगर जयपुर, दिल्ली हाईवे, जयपुर – 303121, राजस्थान

मोबाइल -9116039772                           

महात्मा गाँधी हॉस्पिटल
रिको इंडस्ट्रियल एरिया, सीतापुरा, टोंक रोड जयपुर, राजस्थान-302022,

मोबाइल- 9828084610

क्रमांक

अस्पताल का नाम

ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर का नाम

मोबाइल नंबर

अंग के लिए अधिकृत

1

सवाई मानसिंह अस्पताल

श्री रामप्रसाद मीणा

9414311570

किडनी, लीवर 

2

महात्मा गाँधी अस्पताल

श्री दिलीप जैन

9799920926

किडनी, लीवर , हार्ट

3

मोनिलेक अस्पताल

ज्योति केवलरमानी

9001992519

किडनी

4

फोर्टिस अस्पताल

श्री नवीन जिंदल

9414914418

किडनी

5

निम्स अस्पताल

डॉ विजय

9414552995

किडनी

6

अपैक्स अस्पताल

सुश्री अमीना

8696934600

किडनी

7

नारायणा अस्पताल

श्रीमती निधि कपूर

9694096026

किडनी,हार्ट

8

आस्था अस्पताल

डॉ संदीप चौहान

9414093355

किडनी

9

इटरनल हार्ट केयर सेन्टर

श्रीमती कविता रिझवानी

9950999562

हार्ट

जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल में रियायती दरों पर डाईलेसीस की सुविधा उपलब्ध है, अन्य निजी अस्पतालों में भी डाईलेसीस की सुविधा उपलब्ध है!       

क्रमांक

नाम

मोबाइल नंबर

पद

1

डॉ मनीष शर्मा

9829300541

नोडल अधिकारी, आरनोस

एम.ऍफ़.जेसी समूह के सदस्यों का विवरण

क्रमांक

सदस्य का नाम

मोबाइल नंबर

1

प्रबोध चंद जैन

9057987066    

2

रोशन बहादुर

9799003860    

श्री रामोराम जी

दूरभाष नंबर 01412227679

Rajasthan Deceased Donor Transplant Data©

Rajasthan Deceased Donor Transplant Data

Donore from Rajasthan 58
Kidney 109
Liver 50
Heart 28
Lungs 5
Pancreas 1
Small Intestine 0
Total Solid Organs 193

Approved Hospitals for transplantation in Rajasthan

Approved Hospitals for Kidney Transplantation

S. No

Hospital Name

 Address & Contact Details

1.

Aastha Kidney & General Hospital

2-D-1, Sukharia Nagar, Sri Ganganagar 335001

Phone:0154-2472222, 2472223

E-mail:drsandeepm@gmail.com

Website:www.akgh.org

2.

Apex Hospitals

Sp-4,5,6, Nr. Apollo Clinic, Indl Area, Malviya Nagar, Jaipur 302017

Phone:91-141-2751871, 2751872

Email:info@apexhospital.in

Website:www.apexhospital.in

3.

Fortis Escorts Hospital

Jawahar Lal Nehru Marg, Malviya Nagar, Jaipur 302017

Phone:+911412547000, 4097109

Email: enquiries@fortishealthcare.com

Website:http://www.fortishealthcare.com

4.

Fortis Hospital

Service Lane, Girdhar Marg, Malviya Nagar, Jaipur 302017

Phone:+911412547000, 4097109

Email: enquiries@fortishealthcare.com

Website:http://www.fortishealthcare.com/

5.

Mahatma Gandhi Hospital

RIICO Industrial Area, Sitapura, Jaipur

Phone:91-0141-2770798, 2771777, 2771001

Website:www.mgmch.org

6.

Monilek Hospital & Research Centre

Sec 4, Madho Bihari Ka Mandir, Opp. Police Line, station Rd. Jawahar Nagar

Jaipur 302004

Phone: (91)-(141)-2651393, 2653019

Website: www.monilekhospital.com

7.

Narayana Multispeciality Hospital

Sector-28, Kumbha Marg, Pratap Nagar, Sanaganer, Jaipur 302033

Phone:0141-7122222

Email:info.jpr@hospitals.org

Website:http://www.naraynahealth.org

8.

NIMS Hospital

Shobha Nagar, Jaipur-Delhi Highway (NH-11C)

Jaipur 303121

Website:http://www.nimsuniversity.org/nims-hospital/

9.

SMS Medical College & Hospital

Jawahar Lal Nehru Marg, Gangwal Park

Jaipur 302004

Phone:91-141-2560291,2518203

Website: www.smsmedicalcollege.webs.com

10.

Santokba Durlabhji Memorial Hospital

Bhawani Singh Marg, Near Rambagh Circle, Jaipur 302015

Phone:0141-2566251

Email:info@sdmh.in

Website:http://www.sdmh.in/

 

Approved Hospital for Liver Transplant

S.No

Hospital Name

Address & Contact Details

1.

Mahatma Gandhi Hospital

RIICO Industrial Area, Sitapura, Jaipur

Phone:91-0141-2770798, 2771777, 2771001

Website:www.mgmch.org

2.

NIMS Hospital

Shobha Nagar, Jaipur-Delhi Highway (NH-11C)

Jaipur 303121

Website:http://www.nimsuniversity.org/nims-hospital/

3.

SMS Medical College & Hospital

Jawahar Lal Nehru Marg, Gangwal Park

Jaipur 302004

Phone:91-141-2560291,2518203

Website: www.smsmedicalcollege.webs.com

 

Approved Hospital for Heart Transplant

S. No.

Hospital Name

Address & Contact Details

1.

Eternal Heart Care Centre

3 A Jagatpura road, Near Jawahar Circle, Jaipur 302017

Phone: 0141-5174000

Email: contactus@eternalhospital.com

Website: www.eternalhospital.com

2.

Fortis Hospital

Service Lane, Girdhar Marg, Malviya Nagar, Jaipur 302017

Phone:+911412547000, 4097109

Email: enquiries@fortishealthcare.com

Website:http://www.fortishealthcare.com/

3.

Mahatma Gandhi Hospital

RIICO Industrial Area, Sitapura, Jaipur

Phone:91-0141-2770798, 2771777, 2771001

Website:www.mgmch.org

4.

Narayana Multispeciality Hospital

Sector-28, Kumbha Marg, Pratap Nagar, Sanaganer, Jaipur 302033

Phone:0141-7122222

Email:info.jpr@hospitals.org

Website:http://www.naraynahealth.org

 

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